Cultivation of Chilli, मिर्च की खेती
Cultivation of Chilli
Botanical Name- Capsicum frutescens
Family- Solonaceae
Chromosome No. -24
मिर्च एक नगदी मसाला फसल है, भारत मिर्च का प्रमुख उत्पादक एवं निर्यातक है। भारत विश्व के 90 देशों में निर्यात करता है। भारत मे आंध्र प्रदेश सबसे बड़ा उत्पादक है।
पोषक मूल्य -
नमी - 85.70 ग्राम
प्रोटीन- 2.90 ग्राम
वसा- 0.60 ग्राम
खनिज पदार्थ - 1.00 ग्राम
रेशा - 3.00 ग्राम
कार्बोहाइड्रेट - 3.00 ग्राम
जलवायु -
मिर्च के लिये गर्मतर जलवायु उत्तम मानी जाती है। 20 -25 ℃ के तापमान को उचित माना जाता है ।
भूमि -
मिर्च की खेती विभिन्न प्रकार की मृदाओं में की जा सकती है। इसकी खेती के लिये उचित जल निकास वाली दोमट या रेतीली दोमट जिसमे जीवांश पदार्थ प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हो। सर्वोत्तम मानी गई है।
मिर्च की खेती ph 6-7 में अच्छी मानी जाती है।
उन्नत किस्मे -
पंजाब लाल
पूसा ज्वाला
पूसा सदाबहार
जवाहर मिर्च
पूसा ज्वाला
पूसा सदाबहार
जवाहर मिर्च
खेत की तैयारी -
प्रथम जुताई मिट्टी पलटने वाले हल से करें । उसके उपरांत 2-3 जुताइयाँ कल्टीवेटर या हैरो से करें ।
खाद और उर्वरक -
गोबर की खाद - 25-50 टन
नाइट्रोजन - 80 किलो
फॉस्फोरस - 40 किलो
पोटाश - 40 किलो
रोपाई -
पंक्ति से पंक्ति की दूरी 45 cm
पौधे से पौधे की दूरी 30cm
सिंचाई -
गर्मियों के मौसम में 6 से 8 दिन के अंतराल में सिंचाई करनी चाहिए ।
सर्दियों के मौसम में 10 से 15 दिन के अंतर में सिचाई करनी चाहिए।
उपज -
हरी मिर्च 70 से 100 क्विंटल और सुखी मिर्च की 10 से 15 क्विंटल प्रति हेक्टेयर उपज मिल जाती है।

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