बीज की परिभाषा एवं उसके प्रकार , Seed and types of seed
बीज
बीज को अनेक प्रकार से परिभाषित किया जाता है-
(1) बीज एक निषेचित तथा परिपक्व अण्डाशय होता है।
(2) फूलने वाले पौधों का वह भाग जिसमें बीजांकुर होता है तथा जिसकी बुबाई करने पर नया पौधा उगता है उसे बीज कहते हैं।
अच्छे बीजों का चयन -
(1) किसी विशेष प्रजाति जिसको बोना है, बीज उसी प्रजाति के होने चाहिए ।
(2) उसमे अन्य बीजों का मिश्रण नही होना चाहिए।
(3) उसमे अंकुरण की उच्च क्षमता होनी चाहिए ।
(4) बीजों कीड़ों और बीमारियों से मुक्त होने चाहिए।
बीजों के प्रकार -
(1)प्रजनक बीज,
(2)आधार बीज,
(3)प्रमाणित बीज,
(4)सच्चा बीज (True seed),
(5)अवमानक बीज,
(1)प्रजनक बीज-- प्रजनक स्तर पर पौधों के संकरण , उतपरिवर्तन या छांट से जो मूल बीज प्राप्त होता है, उसे प्रजनक बीज कहते हैं।
(2) आधार बीज - आधार बीज का उत्पादन प्रजनक बीज से किया जाता है। इस प्रकार आनुवंशिक शुद्धता की दृष्टि से इस प्रकार के बीज दूसरे स्तर के माने जाते हैं।
(3) प्रमाणित बीज - प्रमाणित बीज का उत्पादन आधार बीज से किया जाता है।इस प्रकार यह तृतीय स्तर का बीज होता है।
(4) सच्चा बीज - यह न्यूनतम स्तर का बीज होता है जो किसी बीज प्रमाणीकरण संस्था से प्रमाणित नही होता है। इस बीज की भौतिक शुद्धता एवं अंकुर क्षमता न्यूनतम निर्धारित मानकों के अनुरूप होती है।
(5) अवमानक बीज - कभी कभी प्रतिकूल दशाओं में जैसे सूखा , पाला , बाढ़ या माहामारी की स्तिथि में बीजों की गुणवत्ता घट जाती है।ऐसे बीजों को अवमानक बीज कहा जाता है।
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