सिंचाई की विधियाँ ,Methods of irrigation
सिंचाई की विधियाँ -Methods of irrigation भारत मे सिचाई की किसी एक विधि को नही अपनाया जा सकता, क्योंकि यहां कृषि की दशाएं असमान हैं। अतः सिचाई की कई विधियों का प्रयोग किया जाता है । सिचाई की विधियों को निम्न भागों में बांटा गया है - (A) सतही सिंचाई (Surface irrigation)- सतही सिंचाई को कई तरीके से दिया जा सकता है । आमतौर पर जमीन की ऊपरी सतह पर पानी देने को ही सतही सिंचाई कहते है । इसके प्रकार निम्न हैं- (1) Flood irrigation - अधिक भूमि में सिंचाई करने के लिये इस विधि को अपनाया जाता है ,इस विधि को असमान भूमि , छिटकवां विधि से बोय हुए खेत मे प्रयोग की जाती है । पानी को ऊपरी सतह पर बहुत सारी मात्रा में बहा दिया जाता है । (2) क्यारी बनाकर सिंचाई करना - इस विधि का प्रयोग भारत मे सबसे अधिक होता है , इस विधि में खेत मे क्यारी बनाने के बाद सिंचाई की जाती है । जिससे मृदा अपरदन कम मात्रा में होता है । (3) थाल विधि - इस प्रकार की विधि में पौधे के चारों ओर थाल बना देते है , जिससे पानी की खपत कम होती है । यह विधि मुख्य रूप से के...


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